कीट प्रबंधन संबंधी गलतियां

सर्वाधिक स्वच्छ परिसरों में भी कीट पनपते हैं और वहाँ रहनेवालों और उनके ग्राहकों को भी अपनी उपस्थिति से तनाव और परेशानी दे सकते हैं। हालांकि कीट नियंत्रण का सबसे कारगर तरीका एक प्रोफ़ेशनल कीट नियंत्रण कंपनी की सहायता लेना है; बहरहाल प्रोफ़ेशनलों को इस काम में लगाने में भी कुछ चुनौतियाँ हैं। एक फ़ैसिलिटी मालिक और प्रबंधक यह न जानने का जोख़िम नहीं ले सकता कि यह चुनौतियाँ क्या हैं और कैसे यह उपचार की असफलता का कारण बन सकती हैं।

कीट नियंत्रण और एफ़एम सेवा प्रदाताओं के बीच तालमेल के द्वारा ही एक सफल संकलित कीट प्रबंधन संभव है। नीचे ऐसी सात गलतियाँ दी गई हैं जो संक्रमण का कारण बनती हैं।

प्रवेश बिंदुओं को सुरक्षित करना

कीड़े प्रवेश बिंदुओं के चलते पनपते हैं – नर्म होने के कारण एक बड़ा-सा चूहा भी दरवाज़े के नीचे से घुस सकता है; कॉकरोच अपना रास्ता विभिन्न सप्लाई में से बना सकते हैं और सुराखों व दरारों में अपने नए घर बसा सकते हैं; अक्सर खुले रहनेवाले दरवाज़ों से पतंगे और मच्छर घुस आते हैं व अन्य।

ऐसे स्थानों पर फ़ैसिलिटी की हवाई पर्दों द्वारा सुरक्षा की जानी चाहिए जहाँ दरवाज़े अक्सर खुले रहते हैं। यदि कीट प्रबंधन कंपनी द्वारा फ़ैसिलिटी प्रबंधन को भौतिक उपाय नहीं सुझाए गए या/और यदि फ़ैसिलिटी प्रबंधन उन उपायों को लागू नहीं कर पाता, तो सबसे बढ़िया कीट नियंत्रण उपचार भी असफल हो सकते हैं। कीट नियंत्रण विक्रेता द्वारा कीड़ों के प्रवेश बिंदुओं और आवश्यक निवारण पर प्रकाश डालने के बावजूद एफ़एम के भाग पर उपाय न करना एक आम बात है।

कीड़ों को भोजन से वंचित रखना

भोजन के बिना कीट नष्ट हो जाएँगे; बहरहाल, सबसे साफ़ परिसरों में भी बग़ैर ढंका हुआ या पर्याप्त सील न हुआ भोजन बचा हो सकता है जो कीड़ों के प्रवेश हेतु पर्याप्त होता है।

हर शाम कामकाज ख़त्म होने के बाद परिसर में रखे कूड़ेदानों को खाली कर देना चाहिए। यदि उन्हें परिसर के भीतर रातभर रखा जाना है तो उन्हें मज़बूत डिब्बों में अच्छी तरह से सील किया जाना चाहिए ताकि कीड़े उन्हें खाने के लिए उनमें न घुस पाएं। गिरा हुआ कुछ भी भोजन यूँही पड़ा नहीं रह जाना चाहिए।

रसोईयों में ग्रीस जमने लगती है और कॉकरोच ऐसी ही सतहों पर पलते हुए अधिकतर कीट नियंत्रण उत्पादों की असफलता का कारण बनते हैं। धूल भी कीड़ों की एक अन्य सहायक है क्योंकि अधिकतर कीट नियंत्रण उत्पाद, विशेषकर कि कॉकरोच जेल और चूहे जैसे जीवों के लिए चारा औद्योगिक धुल भरी स्थितियों में प्रभावी नहीं होते।

कीट नियंत्रण कंपनी को स्वास्थ्य और स्वच्छता पर अपनी खोजों से एफ़एम को नियमित रूप से अवगत कराते रहना चाहिए। यदि परिस्थितियों को सुधारने या विक्रेता की सलाहों को लागू करने में एफ़एम असफल रहता है तो कीट नियंत्रण के उपाय अप्रभावी हो सकते हैं।

उचित निरीक्षण

प्रवेश बिंदुओं को पहचानने के अलावा यह भी महत्त्वपूर्ण है कि कीड़ों को सही तरह से पहचाना जाए। अगर पंखवाले भूमिगत दीमकों को ग़लती से उड़ने वाली चींटी या इसका उलटा मान लिया जाएगा तो उपचार के उपाय पूरी तरह से अप्रभावी हो सकते हैं और फ़ैसिलिटी प्रबंधक के लिए ख़र्चा बढ़ा सकते हैं।

उदाहरण के लिए, सभी कॉकरोच एक जैसे नहीं होते। लंबा भूरा और बड़ा अमरीकी कॉकरोच सीवरों में पलता है। यदि उन्हें भूल से जर्मन कॉकरोच समझकर केवल फ़ैसिलिटी की सुराखों और दरारों को ठीक किया जाए तो उपचार असफल हो जाएगा।

इसी तरह सभी चूहे भी एक जैसे नहीं होते। लंबा पतला काला छत का चूहा अपने नाम के अनुरूप अमूमन फ़ैसिलिटी में ऊँचे स्थानों पर ही घुसकर छुपता है। जबकि मोटे भूरे सीवर के चूहे सीवरों से होते हुए परिसर में दाखिल होते हैं। बेहतर परिणामों के लिए जाल या चारा डालने के स्थान चुनना भी महत्त्वपूर्ण है। दीमकों के संबंध में केवल देखने भर का ही निरीक्षण पर्याप्त नहीं है क्योंकि जब तक उनके प्रवेश और उपस्थिति के बारे में पता चलता है तब तक नुकसान हो चुका होता है। बहरहाल, नवीनतम तकनीक की सहायता से उन जगहों पर टर्माट्रैक जैसे खोज उपकरणों द्वारा दीमकों की उपस्थिति का पता लगाना आसन हो गया है जहाँ इंसानी आँखें उन्हें नहीं खोज सकतीं। क्या आपकी कीट नियंत्रण कंपनी, नवीनतम निरीक्षण उपकरणों द्वारा गहन निरीक्षण करते हुए कीड़ों की सही पहचान कर पाती है?

आईपीएम (IPM) प्रोग्राम अपनाना

एक आम अवधारणा यह है कि कीट नियंत्रण प्रोग्राम का मतलब केवल उपलब्ध सबसे ताकतवर उत्पाद द्वारा अक्सर कीटनाशकों को स्प्रे करना ही है। जबकि एकीकृत कीट प्रबंधन प्रोग्राम (IPM) एक एकीकृत पद्धति का उपयोग करता है जिसमें कीटनाशक भी शामिल हैं।

भौतिक उपाय, जैसे कि प्रवेश, छुपने की जगह और कीड़ों का खाना बंद करना, इस प्रोग्राम का एक अभिन्न अंग है। इसके साथ ही कीटनाशक मुक्त उत्पादों का प्रयोग करना, जैसे कि इलेक्ट्रिक फ़्लाइ किलर, जाल, वैक्यूमिंग और भाप द्वारा उपचार करना भी इसी का भाग है। एक प्रोफ़ेशनल कीट प्रबंधन कंपनी कीटनाशकों पर निर्भर न रहकर आईपीएम के सभी संभव उपायों पर निर्भर रहती है। यहाँ तक कि जब कीटनाशकों के प्रयोग की भी बात आती है तो दरारों और सुराखों (जहाँ कीड़े अपना 80% जीवन बिताते हैं) में स्प्रे द्वारा कीटनाशक उत्पादों को रखने के बजाय प्रोफ़ेशनल जेल संरूपण का प्रयोग करते हैं। आईपीएम पद्धति कीट प्रतिरोधकता के विकास को कम करती है और पर्यावरण की दृष्टि से एक अच्छी शैली है। केवल कीटनाशक पर ही आधारित कोई प्रोग्राम विफल हो सकता है और यह फ़ैसिलिटी में रहनेवालों के लिए भी बहुत अच्छा नहीं है।

प्रभाविकता और बदलती विधियों का निरीक्षण करना

उपचार की प्रभाविकता का निरीक्षण करना भी उपचार जितना ही महत्त्वपूर्ण है। अक्सर, कीट नियंत्रण कंपनी और फ़ैसिलिटी प्रबंधक, दोनों ही समस्या खड़ी होने पर ही सवाल करते या छानबीन करते हैं और प्रभाविकता व बढ़ती समस्याओं के निरंतर निरीक्षण पर ध्यान नहीं देते। फ़ैसिलिटी को एक कीट मुक्त क्षेत्र बनाए रखने के लिए निरीक्षण परिणाम और फिर बदलते उत्पाद और विधियाँ आवश्यक हैं।

सही लोगों को लगाना

सही लोगों को सही काम पर लगाना महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह ऊपर बताई गई चुनौतियों को ख़त्म कर देता है। इसलिए यह ज़रूरी है कि आपकी फ़ैसिलिटी की सर्विस करने वाली टीम प्रोफ़ेशनल कीट नियंत्रण और एकीकृत कीट प्रबंधन में अच्छी तरह से प्रशिक्षित हो। एक प्रभावी उपचार प्रदान करने के लिए, जिसकी प्रभाविकता की क़रीब से निगरानी की जा सके, प्रशिक्षित प्रोफ़ेशनल निरीक्षण कर सकते हैं, और सही कार्यक्रम का विकास व सही सामग्रियों का प्रयोग कर सकते हैं। कुछ कीट नियंत्रण कंपनियां सही उपकरणों और कीट नियंत्रण उत्पादों में निवेश करती हैं मगर कभी-कभी टीम के उचित प्रशिक्षण में असफल रहती हैं। इसके अलावा, कई जगहों पर फ़ैसिलिटी प्रबंधक उपचार प्रदान करने वाली टीम की कुशलता और प्रशिक्षण की जाँच नहीं करता।

सही कीट नियंत्रण कंपनी को लगाना

फ़ैसिलिटी प्रबंधक द्वारा सही कीट नियंत्रण कंपनी को लगाने से फ़ैसिलिटियों में कीट नियंत्रण में सभी कमियां कम हो जाएंगी। बहरहाल, चयन प्रक्रिया अक्सर कीट नियंत्रण की कमियों को संज्ञान में लेने में असफल रहता है। कभी-कभार काम में लगाने का निर्णय पूरी तरह से मूल्य पर आधारित होता है। फ़ैसिलिटी प्रबंधक इस पद्धति द्वारा लागत में बचत देखता है। ऐसे निर्णय का ग़लत साबित होना बाद में तब पता चलना शुरू होता है जब कमियां स्पष्ट होने लगती हैं। तब यह साख को नुकसान पहुँचा कर और प्रदाताओं को बदलने में लगी बढ़ी हुई लागत के द्वारा फ़ैसिलिटी प्रबंधक की लागत और भी बढ़ाना शुरू कर देती हैं।

 

 

 

 

 

राजा महेंद्रन

ऑस्ट्रेलिया में स्थित लेखक एक अंतर्राष्ट्रीय कीट व्यवसाय सलाहकार, एक्ज़ीक्युटिव कोच और प्रशिक्षक है। वह कीट नियंत्रण कंपनियों और फ़ैसिलिटी प्रबंधकों को एकीकृत कीट प्रबंधन में अधिक सक्षम व प्रभावी बनने में मदद करते हैं।

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